Tuesday, April 26, 2011

श्री हरिगोविन्द विश्वकर्मा जी के द्वारा अनुवाद किया हुआ शाजिया नवाज का एक लेख

श्री हरिगोविन्द विश्वकर्मा जी के ब्लाग पर इस लेख को पढ़ें. यह शाजिया नवाज का लिखा हुआ है जिसे बहुत सुन्दरता से श्री हरिगोविन्द जी ने अनुवादित किया है. मुस्लिम स्त्रियों को बुर्का ओढ़ाने के बारे में है. हो सकता है कि आपमें से बहुत से लोगों ने पढ़ भी रखा हो, मुझे अच्छा लगा इसलिये शेयर करने का फैसला लिया.

7 comments:

  1. जाते हैं सर जी!
    आपके द्वारा दिये गये लिंक पर!

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  2. अच्छा,विचारणीय आलेख है।

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  3. बहुत ही सुन्दर लिंक दिया है, आपका बहुत शुक्रिया !

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  4. पढ़ लिया. लिंक देने के लिए आभार.
    घुघूती बासूती

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मैंने अपनी बात कह दी, आपकी प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है. अग्रिम धन्यवाद.