श्री हरिगोविन्द विश्वकर्मा जी के ब्लाग पर इस लेख को पढ़ें. यह शाजिया नवाज का लिखा हुआ है जिसे बहुत सुन्दरता से श्री हरिगोविन्द जी ने अनुवादित किया है. मुस्लिम स्त्रियों को बुर्का ओढ़ाने के बारे में है. हो सकता है कि आपमें से बहुत से लोगों ने पढ़ भी रखा हो, मुझे अच्छा लगा इसलिये शेयर करने का फैसला लिया.
जाते हैं सर जी!
ReplyDeleteआपके द्वारा दिये गये लिंक पर!
जो आज्ञा हुज़ूर।
ReplyDeleteधन्यवाद|
ReplyDeleteअच्छा,विचारणीय आलेख है।
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर लिंक दिया है, आपका बहुत शुक्रिया !
ReplyDeleteपढ़ने जाते हैं।
ReplyDeleteपढ़ लिया. लिंक देने के लिए आभार.
ReplyDeleteघुघूती बासूती