जो मन में आया वह सब आपके सामने. सर पर मैला ढ़ोते लोगों को देखकर मन कराह उठता है. मुझे लगता है कि सहानुभूति के स्थान पर स्वानुभूति अपनाना बेहतर है. बढ़ती जनसंख्या, पर्यावरण का विनाश और पानी की बर्बादी बहुत तकलीफ देती है. दर्द उस समय और भी बढ़ जाता है जब कानून का पालन कराने वाले ही उसे तुड़वाते हैं.
कमाल है, इतने कमेंट्स में अभी तक किसी ज्ञानी-विद्वान ब्लॉगर ने ये सब बाबा रामदेव का ही कोई तमाशा, करतब, सरकार के साथ मिलीभगत वगैरह नहीं बताया और न ही इस घटना के पीछे RSS का हाथ होने का अंदेशा जाहिर किया।
ये घटना स्तब्ध और निशब्द कर देने वाली ही है। हमारे देश में जहाँ संस्कारों की दुहाई दी जाती है , वहां सोयी हुयी निर्दोष जनता के साथ ऐसी बर्बरता? आँसू आ गए इस पतन को देखकर।
Baba Ramdev evicted after lathicharge, tear gas shells
ReplyDelete"सन्न और निशब्द"
:(
दुखद घटना ...
ReplyDeletemaaf kiziye ......... post dikh nahin rahi..
ReplyDelete@दीपक बाबा जी-मैंने रात में शांतिपूर्वक सोते हुये लोगों पर हुये लाठीचार्ज के विरोध में ब्लैंक पोस्ट लगाई है...
ReplyDelete----------------- :(
ReplyDelete...............:(
ReplyDeleteकहा भी क्या जा सकता है...
ReplyDeleteकमाल है, इतने कमेंट्स में अभी तक किसी ज्ञानी-विद्वान ब्लॉगर ने ये सब बाबा रामदेव का ही कोई तमाशा, करतब, सरकार के साथ मिलीभगत वगैरह नहीं बताया और न ही इस घटना के पीछे RSS का हाथ होने का अंदेशा जाहिर किया।
ReplyDelete@ कमाल है ...
ReplyDeleteकमाल अभी सरकारी काम की सरकारी प्रतिक्रिया पढने में व्यस्त है।
शायद अब निशब्द रहने का समय नही है
ReplyDeleteआदर्श या बेहतर स्थितियां के लिए कल्पना हो, विचार या प्रयास, स्वागतेय होना चाहिए. हां, यह मिस काल और एसएमएस से संभव करने का विचार निरर्थक होगा.
ReplyDeleteAapse sahmat ...
ReplyDeleteकहो,कहो जोर से कहो...बहरे लोगों के कान और अन्धों की आँखें फोड़ो अपने शब्दों से ,
ReplyDeleteशब्द मौन हो जायेंगे तो अर्थ बिखर जायेंगे !
इसलिए शून्य कर देना चाहते हैं वे तुम्हें
पर तुम ऐसा होने मत दो !
हम भी।
ReplyDeleteये घटना स्तब्ध और निशब्द कर देने वाली ही है। हमारे देश में जहाँ संस्कारों की दुहाई दी जाती है , वहां सोयी हुयी निर्दोष जनता के साथ ऐसी बर्बरता? आँसू आ गए इस पतन को देखकर।
ReplyDeleteहम भी।
ReplyDeleteवह तो हम इतने समय से हैं ही। अब समय बोलने और उस पर अमल करने का है।
ReplyDeleteदुखद.
ReplyDeleteघुघूती बासूती
बात कहने का अच्छा तरीका
ReplyDeleteHTTP://VIJAYPALKURDIYA.BLOGSPOT.COM
80 pratishat aapke saath....or baba apne logon ko chhod kar nahi bhaagte to 100 pratishat ho sakta tha.......sadhuwaad
ReplyDeleteदुखद घटना ..
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