जो मन में आया वह सब आपके सामने. सर पर मैला ढ़ोते लोगों को देखकर मन कराह उठता है. मुझे लगता है कि सहानुभूति के स्थान पर स्वानुभूति अपनाना बेहतर है. बढ़ती जनसंख्या, पर्यावरण का विनाश और पानी की बर्बादी बहुत तकलीफ देती है. दर्द उस समय और भी बढ़ जाता है जब कानून का पालन कराने वाले ही उसे तुड़वाते हैं.
Sunday, May 1, 2011
"मन्ना डे" साहब को जन्मदिन पर बधाई और शुभकामनायें..
आज मन्ना डे साहब का जन्म दिन है. बड़े महान गायक हैं मन्ना दा. एक बार पुन: उन्हें बधाई और सारे चाहने वालों को भी..
जन्मदिन पर बधाई ,,,
ReplyDeleteबहुत बधाई मन्ना डे साहब को।
ReplyDeleteबधाई... मन्ना दा को...
ReplyDeleteबहुत बधाई मन्ना डे साहब को।
ReplyDeleteथोडा विलम्ब हुआ ..
ReplyDeleteजन्मदिवस की शुभकामनायें..
शुभकामनायें! जीवेत् शरदः शतम् ...
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