आज मैं कई महीनो के बाद अपने अकाउंट को लाग-इन कर सका. ubuntu linux को इन्स्टाल कर लिया है. 3G मोडेम बढ़िया कार्य कर रहा है. लेकिन एक दो कठिनाईयां हैं. पहला कि बराहा को कैसे इन्स्टाल किया जाए जिससे कि मैं रोमन में टाइप कर हिंदी लिख सकूं तथा दूसरा यह कि skpye किस तरह से इन्स्टाल हो गया और इसमें usb वेब-कैम कैसे इन्स्टाल हो सकेगा.
कोई जानकार तो होगा ही ब्लॉग जगत में।
ReplyDeleteकोई तो समस्या हल कर ही देगा....
ReplyDeleteब्लॉग जगत आपकी प्रतीक्षा कर रहा था। आपका स्वागत है। जहां तक हिन्दी में टाइपिंग का सवाल है, आप Epic ब्राउजर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह भारतीय छात्रों द्वारा बनाया गया ब्राउजर है। इसके टास्कबार में न सिर्फ हिन्दी टाइपिंग, बल्कि फेसबुक, ट्विटर तथा अन्य तमाम औजार भी दिये हैं। एक बार ब्राउजर खोलने के बाद आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं पडेगी। स्काइपी डाउनलोड करने के लिए आप download.com या softpedia.com पर जा सकते हैं।
ReplyDeleteअकाउण्ट लॉग इन तकनीकी समस्या के चलते था या अन्य काम में व्यस्तता के चलते। यह खुलासा नहीं है!
ReplyDelete@pandey ji & monika ji-- dhanyavaad... aap logon ki shubhakaanchhoye ke chalte ye dikkat bhi door ho jaayegi...
ReplyDelete@Ghanshyam ji-aapka dhanyavaad.. Linux par epic chalega ya nahi, dekhta hoon, phir roman se devnagri me, ye bhi ek mudda hai...
@Gyandutt ji-ji, ye ek takniki dikkat thi disme ek virus ne windows ko corrupt kar diya tha, saath hi poori hard drive me saari exe file ko. is ke kaaran adhikaansh secured sites nahi khul paa rahi thi... bhanje aur bhatije ke laptop se facebook ko jaroor dekh leta tha....
पुनरागमन पर आपका स्वागत है! आपकी अनुपस्थिति में सम्पूर्ण ब्लॉग-जगत सूना-सूना था !
ReplyDeleteआपका स्वागत है जी!
ReplyDeleteकिसी ब्लॉग के तकनीशियन से कॉंटेक्ट कीजिए ना!
आप आए बहार आई ...miss तो करते थे सब ...
ReplyDeleteआपके पुनरागमन से ख़ुशी हुई|
ReplyDeleteEpic ब्राउज़र में आप आसानी से देवनागरी में टैप कर सकते हैं| इसके लिए आपको google translator अथवा और कहीं भी नहीं जाना पड़ेगा| ब्राउज़र के अन्दर ही भाषा का विकल्प है| रही बात linux की तो यह तो पक्का नहीं है कि यह linux में इन्स्टाल होगा या नहीं| यदि आप हार्ड डिस्क फॉरमेट कर चुके हैं तो पुन: window का उपयोग कर लिए| skype आपको www.soft82.com पर भी मिल जाएगा| इसके अतिरिक्त घनश्याम मौर्य जी ने भी अन्य लिंक दिए हैं|
वैलकम-बैक है सरजी, आपके इंतजार में थे हम। देखिए ये लिंक कुछ काम आ सके शायद - http://www.baraha.com/index.htm
ReplyDeleteआपका स्वागत है!
ReplyDeleteकुछ वर्ष पहले मैंने सुजे लिनक्स वर्जन 9 इन्स्टॉल किया था। उपयोग से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हो सका,सो फिर विंडोज पर लौटना पड़ा। ब्लॉगजगत में सक्रिय तकनीकी ब्लॉगरों को आपकी मदद के लिए आगे आना चाहिए-बशर्ते वे स्वयं लिनक्स प्रयोग कर रहे हों।
ReplyDelete@ राधारमण जी- हिन्दी मे लिखना थोडा कठिन हो रहा है.
ReplyDeleteविंडोज़ से उबुंटु तक का सफ़र हो गया और आपके पाठकों को खबर भी न हुई। वापसी का स्वागत है! लिनिक्स के मामले में अपना हाथ भी ज़रा तंग है।
ReplyDeleteआइए आपका स्वागत है.
ReplyDeleteरेमिंगटन हिन्दी की सुविधा न होने के कारण ही मैं लीनिक्स का उपयोग अधिक नहीं करता. लेकिन लीनिक्स में एक ख़ूबी है कि मोबाइल से tathering का प्रयोग कर इसे आसानी से इंटरनेट से जोड़ा जा साकता है जबकि XP में ये रास्ता बहुत लंबा है...
@भारतीय नागरिक जी,
ReplyDeleteजिस विधि से अधिकांश लोग ब्लॉगिंग में सक्रिय हैं,वह थका देने वाली है और नई तकनीक को अपनाने में कुछ न कुछ तकनीकी अड़चन बनी ही रहेगी। बेहतर है,यूनीकोड में सीधे टाइप करना सीख लिया जाए ताकि तकनीक कोई अड़चन न रहे।
आपका हार्दिक स्वागत है।
ReplyDeleteलीजिये आपने पूछा और ित्ते सारे जवाब आ गये ।
ReplyDeleteस्वागत है आपका ... आपकी समस्या का हल किसी न किसी के पास तो होग ही ..
ReplyDeleteइतनी गहरी पैठ नहीं. ...हम तो हिंदी पिटारा टूलबार को ब्राउजर में इंस्टाल कर लिए है, बस काम चल जाता है.
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