जो मन में आया वह सब आपके सामने. सर पर मैला ढ़ोते लोगों को देखकर मन कराह उठता है. मुझे लगता है कि सहानुभूति के स्थान पर स्वानुभूति अपनाना बेहतर है. बढ़ती जनसंख्या, पर्यावरण का विनाश और पानी की बर्बादी बहुत तकलीफ देती है. दर्द उस समय और भी बढ़ जाता है जब कानून का पालन कराने वाले ही उसे तुड़वाते हैं.
सुन्दर प्रस्तुति!
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रंगों की बहार!
छींटे और बौछार!!
फुहार ही फुहार!!!
रंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!!!
नमस्कार!
शास्त्री जी, आपको भी इस रंग और उत्साह से भरे पर्व की शुभकामनाएँ .
Deleteबहुत सुन्दर, रंग बिरंगी, होली जैसी..
ReplyDeleteधन्यवाद, पाण्डेय जी .
Deleteअसली रंगीनियां तो प्रकृति में ही हैं।
ReplyDeleteजी, बिलकुल.
Deleteबहुत सुंदर ...बहुत प्यारी
ReplyDeleteधन्यवाद डा० साहब.
DeleteLoving the colourful creature on the festival of colours. Happy Holi Sir.
ReplyDeleteजी, धन्यवाद. आपके ब्लाग पर चिकित्सा के बारे में पढ़ा, हम लोगों ने अपने ज्ञान को बिसार दिया.
Deleteरंगों के पर्व होलिकोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ!!बहुत सुंदर ...बहुत प्यारी प्रकृति हैं।
ReplyDeleteधन्यवाद, आपको भी बहुत बहुत शुभकामनायें.
Deleteसुंदर चित्र ....
ReplyDeleteहोली की शुभकामनायें
धन्यवाद और शुभकामनायें.
Deleteगज़ब के फोटो ... तितलियों के रंगों को संजोया है ..
ReplyDeleteआपको और परिवार में सभी को होली की मंगल कामनाएं ...
धन्यवाद.
Deleteअद्भुत .....
ReplyDeleteहोली की शुभकामनएं
प्रकृति की महिमा वाकई अद्भुत है. धन्यवाद.
Deleteहोली के पावन पर्व की आपको हार्दिक शुभकामनाये !
ReplyDeleteधन्यवाद गोदियाल साहब.
Deleteसुन्दर प्रस्तुति....बहुत बहुत बधाई...होली की शुभकामनाएं....
ReplyDeleteआपको धन्यवाद.आपके ब्लाग पर कमेन्ट बाक्स उपलब्ध नहीं है चतुर्वेदी जी.
Deleteबहुत अच्छी प्रस्तुति| होली की आपको हार्दिक शुभकामनाएँ|
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद और आपको भी होली की शुभकामनायें.
Deleteरंग विरंगी होली सी तितली.
ReplyDeleteजी, एक दम वैसी ही.
Deleteउत्साह व रंगो के पावन होली पर्व पर असीम शुभकामनाएँ
ReplyDeleteआपको बहुत धन्यवाद.
Deleteभौत सुन्दर!
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